गुरुग्राम: ऑल नर्सिंग ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा की ओर से नर्सिंग ऑफिसर्स की दो मांगों को लेकर अब नर्सिंग ऑफिसर्स ने वर्क सस्पेंड करने का निर्णय लिया है. गुरुग्राम को एसोसिएशन की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आगामी 28 दिसम्बर को प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में दो घंटे (10 से 12 बजे तक) का वर्क सस्पेंड रखा जाएगा. अगर सरकार इस पर भी नहीं मानी तो फिर अगली रणनीति पर मंथन किया जाएगा.
ऑल नर्सिंग ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा की राज्य प्रधान निर्मल ढांडा ने गुरुवार को बताया कि हरियाणा के सभी सरकारी अस्पतालों में नर्सिंग ऑफिसर्स ने अपनी दो मांगों केंद्र सरकार के नर्सिंग ऑफिसर्स के समान 7200 रुपये नर्सिंग अलाउंस और नर्सिंग ऑफिसर्स को सी गु्रप से बी गु्रप में शामिल करने के लिए 15 से 20 दिसम्बर (छह दिन तक) तक ब्लैक बैज लगातार काम करते हुए सरकार से मांगें पूरी करने की गुहार लगाई थी. इन छह दिन में सरकार की ओर से नर्सिंग एसोसिएशन से कोई सम्पर्क नहीं किया गया. ना ही सरकार का कोई ऐसा बयान आया, जिससे यह लगे कि सरकार नर्सिंग ऑफिसर्स की इन मांगों को लेकर गंभीर है. कुछ रास्ता निकाला जा रहा है. सरकार का यह रवैया नर्सिंग ऑफिसर्स को ठीक नहीं लगा.
निर्मल ढांडा ने कहा कि नर्सिंग ऑफिसर्स से सरकार को उम्मीदें बहुत हैं, लेकिन हमारी उम्मीदों, मांगों पर सरकार सोच भी नहीं रही. स्वास्थ्य मंत्री ने नर्सिंग एसोसिएशन को आश्वासन दिया था कि विधानसभा सत्र के बाद इस पर अहम निर्णय लिया जाएगा. सत्र बीतने के बाद उन्होंने इस विषय पर ना तो एसोसिएशन से सम्पर्क किया और ना ही अपने स्तर पर कोई निर्णय लिया. इससे नर्सिंग ऑफिसर्स में रोष है.
उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा में नर्सिंग ऑफिॅसर्स ने पूरी शांति और अनुशासन के साथ सरकार से अपनी मांगों को पूरा करने के लिए ब्लैक बैज लगाए थे. अब 28 दिसम्बर को भी उनका दो घंटे का वर्क सस्पेंड शांतिपूर्ण ही होगा. इस दो घंटे के वर्क सस्पेंड में सभी विभागों में कार्यरत नर्सिंग ऑफिसर्स अस्पताल के मुख्य गेट पर बैठेंगी. दो घंटे के वर्क सस्पेंड में इमरजेंसी सेवाओं को सुचारू रूप से चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि नर्सिंग प्रोफेशन बहुत ही जिम्मेदारी का काम है. कोई भी नर्सिंग ऑफिसर अपने काम में किसी तरह की लापरवाही, गैर जिम्मेदारी का काम नहीं करता/करती. नर्सिंग ऑफिसर्स द्वारा अस्पतालों में मरीजों की सेवा, देखरेख या अन्य जिम्मेदारियों को बखूबी निभााया जाता है. अब सरकार को भी चाहिए कि वह बड़ा दिल दिखाते हुए नर्सिंग ऑफिसर्स की मात्र दो मांगों को पूरा करके उन्हें तोहफा दे.