एक्ट्रेस नीना गुप्ता और जैकी श्रॉफ की नई फिल्म `मस्त में
रहने का‘ प्राइम वीडियो पर रिलीज हो गई है. यह
फिल्म जीवन में अकेलेपन और आर्थिक समस्याओं पर टिप्पणी है. फिल्म
को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है. फिल्म रिलीज के मौके पर हाल ही में दिए
इंटरव्यू में नीना गुप्ता ने 1981 में मुंबई आने के
बाद अपने संघर्ष के दिनों को याद किया. उन्होंने खुलासा
किया कि उन्होंने मशहूर पृथ्वी कैफे में काम किया है.
नीना गुप्ता मीडिया को बताया कि वह जुहू में पृथ्वी थिएटर से जुड़े
मशहूर पृथ्वी कैफे में काम करती थीं. वे मुफ्त भोजन पाने
के लिए वहां काम करती थी. उस वक्त नीना थिएटर में भी काम कर रही थीं. वह
अपने तत्कालीन बॉयफ्रेंड के साथ दिल्ली से मुंबई आई थीं, क्योंकि
दोनों में से किसी की भी अकेले मुंबई आने की हिम्मत नहीं थी.
नीना गुप्ता पृथ्वी कैफे में मुफ्त में काम करती थीं, ताकि
उन्हें मुफ्त में खाना मिल सके. एक्ट्रेस ने आगे बताया कि उस समय उनका
बॉयफ्रेंड उनसे कहता था, `तुम्हें तनिक भी शर्म आती है? क्या आप
नौकर बनने के लिए मुंबई आये हैं?’ इस बात का खुलासा
नीना ने किया. साथ ही प्रेमी की बातों से नाराज भी थी.
क्योंकि उनका पूर्व बॉयफ्रेंड उनसे सिगरेट के लिए पैसे मांगता था. याद
करते हुए उन्होंने कहा, ‘मैंने सभी से कहा, पैसा
मांगने में शर्म है, काम मांगने में शर्म नहीं है मुझे.’
नीना गुप्ता ने अपने चार दशक के करियर में कई फिल्में की हैं. कई
भूमिकाएं निभाईं, जो आज भी दर्शकों को याद हैं. मुंबई
आने के ठीक एक साल बाद 1982 में उन्होंने फिल्म ‘साथ-साथ‘
से डेब्यू किया. उन्होंने ‘गांधी‘,
‘मंडी‘, ‘उत्सव‘, ‘लैला‘ और अन्य
फिल्मों में अभिनय किया. उनके करियर की दूसरी पारी असल में 2018 में
रिलीज हुई फिल्म ‘बधाई हो‘ से शुरू हुई.
उन्होंने ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे‘, ‘लस्ट
स्टोरीज 2′, ‘चार्ली चोपड़ा‘ और ‘मस्त
में रहने का‘ जैसी फिल्में की हैं और लोकप्रिय सीरीज ‘पंचायत‘
की तीनों कड़ियों में अहम भूमिकाएं निभाई हैं.