चंडीगढ़, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सशस्त्र सेना झंडा दिवस
के अवसर पर जल, थल और नभ के शूरवीरों को नमन करते हुए कहा कि
सैनिक विभिन्न विपरीत परिस्थितियों में अपने अजेय पराक्रम से देश की सीमाओं को
सुरक्षित रखने के प्रति सदैव तत्पर रहता है. हम सभी देश पर
प्राण न्यौछावर करने वाले योद्धाओं के प्रति कृतज्ञ हैं.
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को यहां अपने
निवास स्थान संत कबीर कुटीर पर राज्य सैनिक एवं अर्द्धसैनिक कल्याण विभाग के
अधिकारियों के माध्यम से सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में अंशदान दिया. उन्होंने सभी लोगों से आह्वान किया कि वे
सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में उदारता से योगदान दें, ताकि इस योगदान से जो सैनिक देश सेवा करते हुए
शहीद हो जाते हैं या शारीरिक रूप से अशक्त हो जाते हैं, उन बहादुर सैनिकों के आश्रितों के पुनर्वास और
कल्याण में सहयोग हो सके. मनोहर लाल ने कहा कि सशस्त्र सेना झंडा दिवस पर
अंशदान देकर गर्व की अनुभूति होती है. उन्होंने जवानों के
अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए कहा कि हरियाणा में सैनिकों की वीरता व बलिदान
की परंपरा रही है. आजादी से पहले व आजादी के बाद, हरियाणा के रणबांकुरों ने देश की रक्षा के लिए
महत्वपूर्ण योगदान दिया है. कारगिल युद्ध में जिस प्रकार से हमारे वीर
जवानों ने विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा
पार खदेड़ा, उससे पूरे विश्व ने भारतीय सेना का लोहा माना.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार
पूर्व सैनिकों, शहीदों के आश्रितों के कल्याण के प्रति वचनबद्ध
है व उनके उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत है. मुख्यमंत्री ने
केंद्र सरकार की दूरदर्शी योजना यानी अग्निपथ का जिक्र करते हुए कहा कि उक्त योजना
देश की सेवा और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए युवाओं को एक सुनहरा अवसर
प्रदान करेगी. योजना को लेकर प्रदेश के युवाओं में विशेष
उत्साह है.