मुंबई, 08 दिसंबर . रिजर्व बैंक ऑफ
इंडिया (आरबीआई) ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. साथ ही मुख्य नीतिगत रेपो रेट को लगातार पांचवीं
बार 6.50 फीसदी पर बरकरार रखते हुए चालू वित्त वर्ष 2023-24 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ सात फीसदी
रहने का अनुमान जताया है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज
(शुक्रवार) यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने
सर्वसम्मति से ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करते हुए रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर बरकरार रखा है. दास ने कहा कि इसके फलस्वरूप स्थायी जमा सुविधा
दर 6.25 फीसदी और सीमांत स्थायी सुविधा दर तथा बैंक दर 6.75 फीसदी पर बनी हुई है.
उन्होंने छह दिसंबर से चल रही तीन दिवसीय
एमपीसी की समीक्षा बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दी. शक्तिकांत दास ने कहा कि घरेलू मांग के कारण
भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी जारी है. चालू वित्त वर्ष
में जीडीपी ग्रोथ सात फीसदी रहने का अनुमान जताया गया है. यह तीसरी तिमाही में 6.5 फीसदी और चौथी तिमाही में 6 फीसदी रहेगी. वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर
6.7 फीसदी, दूसरी तिमाही के लिए
6.5 फीसदी और तीसरी तिमाही के लिए 6.4 फीसदी रहने का अनुमान जताया है.
उल्लेखनीय है कि
रिजर्व बैंक ने लगातार पांचवीं बार नीतिगत ब्याज दर रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर जस का तस रखा है. आखिरी बार फरवरी 2023 में
आरबीआई ने रेपो रेट को बढ़ाकर 6.50 फीसदी किया था, तब से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है. रेपो रेट वह ब्याज दर होती है जिस पर आरबीआई
दूसरे बैंकों को कर्ज देता है.