प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को वीवो और इससे
जुड़ी कुछ कंपनियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के सिलसिले में
अपनी पहली चार्जशीट दायर कर दी. ईडी का कहना है कि भारत में टैक्स के भुगतान से
बचने के लिए वीवो-इंडिया की तरफ से 62,476 करोड़ रुपये की भारी रकम अवैध रूप से चीन में ट्रांसफर की
गई थी. दरअसल मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की आपराधिक धाराओं के तहत विशेष अदालत के सामने
बुधवार को शिकायत दायर की गई. ईडी की चार्जशीट में पूरे मामले में गिरफ्तार किए गए
लोगों के अलावा वीवो-इंडिया को भी आरोपी बनाया गया था.