चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐलान किया है कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव मेला आर्थिक दृष्टि से सेल्फ-फाइनेंस की दिशा में बढ़ रहा है. अब कुंभ मेले की तर्ज पर अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के लिए अलग से मेला अथॉरिटी बनाई जाएगी. अथॉरिटी ही इस मेले का आयोजन करेगी. सरकार की ओर से एक मेला अधिकारी तैनात किया जाएगा, जो सभी व्यवस्थाओं को देखेगा. यह मेला ऑथोरिटी महोत्सव के आयोजन की प्लानिंग और जिलों में भी अपनी व्यवस्थाएं करेगी.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल चंडीगढ़ में अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के संबंध में एक पत्रकार वार्ता को संबोधति कर रहे थे. उनके साथ गीता मनीषी स्वामी ज्ञाना नंद जी महाराज भी मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस साल 7 दिसंबर से 24 दिसंबर तक अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव- 2023 का भव्य आयोजन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि विगत 7 वर्ष से इस महोत्सव को अपार सफलता और लोकप्रियता मिल रही है.
उन्होंने कहा कि इस बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में असम सहयोगी राज्य की भूमिका में रहेगा. पुरुषोत्तमपुरा बाग, ब्रह्म सरोवर पर असम सरकार पैवेलियन लगाया जा रहा है, जिसमें उसकी संस्कृति, शिल्प, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित स्टाल आकर्षण का केन्द्र रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि 17 दिसंबर से मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होगा. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 17 दिसम्बर को ब्रह्म सरोवर पर गीता यज्ञ और पूजन से इस महोत्सव का विधिवत शुभारम्भ करेंगे. इसके पश्चात् व इसी दिन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का शुभारम्भ भी करेंगे. यह संगोष्ठी 19 दिसम्बर तक चलेगी. मनोहर लाल ने सभी प्रदेशवासियों से आह्वान किया कि 23 दिसंबर गीता जयंती के दिन सभी नागरिक प्रात: 11 बजे एक मिनट तक एक साथ गीता पाठ करें. इस दौरान 3 श्लोक का पाठ होगा. सभी नागरिक अपने घर या कार्यस्थल पर इस गीता पाठ के साथ जुड़कर गीता के 3 श्लोक का पाठ करें. इसके लिए जियो गीता ऐप के माध्यम से जुड़ सकते हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर 17 से 24 दिसम्बर तक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महोत्सव में भारतीय सांस्कृतिक सम्बद्ध परिषद (आईसीसीआर) की भागीदारी भी होगी.