हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhvinder Singh Sukhu) के नेतृत्व वाली सरकार को एक साल का वक्त पूरा होने जा रहा है. साल 2022 में 11 दिसंबर के दिन शिमला (Shimla) के ऐतिहासिक रिज मैदान से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री (Mukesh Agnihotri) ने पद व गोपनीयता की शपथ ली थी. सरकार के लिए एक साल का कार्यकाल चुनौती भरा रहा है. इस दौरान सरकार को खराब आर्थिक हालात और आपदा जैसी गंभीर स्थितियों से निपटना पड़ा. एक साल के कार्यकाल में सरकार ने कई नई नीतियां भी शुरू की हैं. इसी एक साल से संभावित मंत्रियों को भी मंत्रिमंडल विस्तार का भी इंतजार है.
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार अपने एक साल का जश्न जिला कांगड़ा में मना सकती है. जानकारी के मुताबिक, धर्मशाला में एक साल के जश्न का कार्यक्रम होना है. हालांकि, अब तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. इस संदर्भ में धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा के साथ बैठक हो चुकी है. एक साल के कार्यक्रम के लिए राज्य सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला समेत कांग्रेस आलाकमान के नेताओं को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित करेगी. इससे पहले सरकार बनने के बाद पहली बड़ी रैली भी धर्मशाला में ही आयोजित की गई थी. मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भी राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा से ब्रेक लेकर शिमला पहुंचे थे.
क्षेत्रीय समीकरण साधने की तैयारी
हिमाचल प्रदेश की राजनीति में जिला कांगड़ा की अत्यधिक महत्ता है. कुल 68 विधानसभा क्षेत्र में से 16 विधानसभा क्षेत्र जिला कांगड़ा में ही आते हैं. यहां 10 सीटों पर कांग्रेस के विधायकों ने जीत हासिल की है. कहा जाता है कि हिमाचल प्रदेश की सत्ता का रास्ता कांगड़ा से ही होकर गुजरता है. ऐसे में कांगड़ा की महत्ता को सहज ही समझा जा सकता है. अब तक कांग्रेस सरकार में जिला कांगड़ा से कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार के रूप में केवल एक ही मंत्री है. ऐसे में यहां पर क्षेत्रीय समीकरण साधने के लिए भी इस जश्न को मनाए जाने की तैयारी है.
एक अन्य जानकारी यह भी है कि मंत्रिमंडल का विस्तार भी एक साल के कार्यकाल पूरे होने से पहले ही किया जा सकता है. इस विस्तार में भी जिला कांगड़ा को अधिमान दिया जाना तय है. हालांकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का कहना है की आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.