प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘पनौती’ वाले बयान को लेकर सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह विवाद शुक्रवार को पोस्टर वार में बदल गया, जब कांग्रेस ने प्रधानमंत्री को ‘पनौती-ए-आजम’ बताया और भाजपा ने पलटवार करते हुए गांधी परिवार को देश का ‘असली पनौती’ करार दिया।
राहुल को भेजा गया कारण बताओ नोटिस
‘पनौती’ शब्द को ऐसे व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो बुरी सूचना या किस्मत लेकर आता है। यह पोस्टर वार तब शुरू हुआ है, जब चुनाव आयोग (ईसी) ने राहुल गांधी को पीएम मोदी के खिलाफ ‘पनौती’, ‘जेबकतरा’ और ‘अमीरों के लिए कर्जमाफी करने वाला’ जैसे शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आयोग ने उन्हें शनिवार तक इसका जवाब देने को कहा है।
कांग्रेस ने नए पोस्टर में क्या कहा
सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ चुनाव आयोग का यह कहते हुए रुख किया था कि एक बहुत वरिष्ठ नेता का इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना अनुचित है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्टर जारी किया है जिसमें पीएम मोदी को पर्दे के पीछे दिखाया गया है और उस पर ‘पनौती-ए-आजम’ लिखा हुआ है।
भाजपा ने किया पलटवार
वहीं, कांग्रेस पर पलटवार करते भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी ‘एक्स’ पर एक पोस्टर पोस्ट किया, जिसमें ‘प्रिंयका, राहुल, सोनिया, राजीव, नेहरू, रॉबर्ट और इंदिरा’ नाम लिखा हुआ है और पोस्टर में गांधी परिवार के सदस्यों के नामों के अक्षरों का इस्तेमाल करते हुए ‘पनौती’ शब्द को फोकस किया गया है। पोस्टर का शीर्षक (हेडलाइन) दिया गया है- ‘ये हैं भारत के लिए असली पनौती’।
शहजाद पूनावाला ने क्या कहा
पोस्टर को टैग करते हुए एक्स पर एक पोस्ट में भाजपा नेता ने कहा, ‘भारत के असली पनौती- पी-परिवारवाद (वंशवादी राजनीति), ए-आतंकवाद, एन-नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद), ए- पूरा भ्रष्टाचार (एब्सल्यूट करप्शन), यू-अंडरपरफॉर्मिंग इकोनॉमी (अपेक्षा के अनुरूप अर्थव्यवस्था का कम प्रदर्शन), टी-तुष्टीकरण, आई- इग्नोरिंग नेशनल इंटरेस्ट फॉर वोटबैंक (वोट बैंक के लिए राष्ट्रीय भावना की अनदेखी)।’
कैसे शुरू हुआ विवाद
राहुल गांधी ने रविवार को अहमदाबाद में क्रिकेट विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की हार का जिक्र करते हुए मंगलवार को कहा था- पीएम का मतलब ‘पनौती मोदी’ है। प्रधानमंत्री मोदी विश्व कप फाइनल के दौरान वहां मौजूद थे। राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताते हुए भाजपा ने उनसे माफी की मांग की और इसे ‘शर्मनाक और अपमानजनक’ बताया।