आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 6-7 मई को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) लॉन्च किया. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सैना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के कुल 9 ठिकाने तबाह किए. फिलहाल दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम (India-Pakistan Ceasefire) हो चुका है, लेकिन प्रैस ब्रीफिंग के दौरान DGMO ने यह बात साफ कर दी है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है.
भारत-पाक के बीच हुए हमले के दौरान भारत ने कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान ने 11 एयरबेस को उड़ा दिया है. इसी बीच सोशल मीडिया पर यह खबर खूब तेजी से वायरल हो रही थी कि भारत ने पाकिस्तान के सरगोधा जिले में स्थित न्यूक्लियर फैसिलिटी किराना हिल्स को भी निशाना बनाते हुए बम से उड़ा दिया.
लेकिन 12 मई को हुए प्रेस ब्रीफिंग के दौरान वायु सेना के DGMO एके भारती ने इस बात से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि भारत ने हमले के दौरान किसी किराना हिल्स के परमाणु स्टोरज को टारगेट नहीं किया है. इस प्रेस ब्रीफिंग के बाद से किराना हिल्स लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया.
जानें कहां स्थित है किराना हिल्स?

किराना हिल्स पाकिस्तान में स्थित पंजाब राज्य में एक श्रृंखला है. जो पाकिस्तान के सरगोधा जिले में स्थित है. इस जगह की चट्टाने काली होने की वजह से इसे काला पहाड़ के नाम से भी जाना जाता है. यह हिल्स करीब 80 किलोमीटर लंबी है. ब्रिटिश सरकार के दौरान इस किराना हिल्स पर खूब रिसर्च की गई थी. इस पहाड़ी के चारों तरफ जंगल है. यहां से भारत का बॉर्डर लगभग 170 किमी. की दूरी पर स्थित है.
यूरेनियम की खोज में पाकिस्तान ने यहां पर खुदाई का काम करना शुरू किया था और साल 1970 के बाद इस जगह को पाक ने अपने इस्तेमाल के लिए ले लिया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस हिल्स पर पाकिस्तान ने परमाणु बम को तैयार करने के लिए कई एक्सप्रायरिमेंट करते थे. साथ ही पाक ने इस जगह पर परमाणु हथियार बनाने के लिए कई जरुरी चीजों को छुपाया था, जिसे बाद में अमेरिका के दबाव से हटा दिया गया था.

किराना हिल्स, मुशाफ एयरबेस का ही एक हिस्सा है. बता दें, मुशाफा एयरबेस पाकिस्तान एयरफोर्स का अहम हिस्सा माना जाता है. इस एयरबेस पर Jf-17, F-16 जैसे बड़े विमान मौजूद रहते हैं.
सैटेलाइट द्वारा किराना हिल्स का विशलेषण करने में पता चलता है कि इस हिल्स के नीचे कई स्टोरेज साइट्स बनी हुई है. साल 2023 में किराना हिल्स को लेकर रिपोर्ट जारी की गई थी जिसमे बताया गया था कि इस पहाड़ी में हथियार के साथ-साथ मिसाइल लॉन्चर खड़े करने के लिए 10 गैरेज भी तैयार किए गए थे. इस लॉन्चर के जरिए ही परमाणु हथियार रखने वाली मिसाइल को लॉन्च किया जाता है. इन लॉन्चर को ट्रक पर फिट किया जाता है. यहां से न्यूक्लियर रेडिएशन भी निकलती है.
रिपोर्ट के अनुसार, किराना हिल्स के सुरंगों में जो स्टोरेज की फैसिलिटी बनाई गई है. उनमें करीब 10 गेट हैं. इनमें कंक्रीट से तैयार किए हुए बंकर दिखाई दे रहे हैं, जिनका रास्ता सीधे पहाड़ी के अंदर की ओर जाता है.
अभी हाल ही में हुए भारत-पाक हमले के बार किराना हिल्स चर्चा में आया. सोशल मीडिया में खबरें फैलाई जा रही थी कि भारत ने हमले के दौरान इसे बम से तबाह कर दिया था. हमले की कुछ वीडियो से ऐसा अनुमान भी लगाया जा रहा था कि 12 मई, 2025 को हुई प्रेस ब्रीफिंग में यह बात स्पष्ट कर दी कि भारत ने किराना हिल्स को निशाना नहीं बनाया. ज्यादातर हमले मुशाफ एयरबेस के आसपास ही हुए थे.
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