पानीपत के मंदिरों गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश करते समय मर्यादा का पालन नहीं करने का आरोप लगाते हुए निहंगों के एक जत्थे ने रविवार को जमकर हंगामा किया. सूचना मिलने पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा और आला अधिकारियों ने निहंगों तथा मंदिर समिति के बीच समझौता करवाकर विवाद को शांत करवाया.
रविवार को शहर की हरिबाग कॉलोनी स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर और सेठी चौक स्थित मंदिर में यह घटना हुई. विवाद के बाद डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स मौके पर पहुंचे. जानकारी देते हुए लक्ष्मी नारायण मंदिर के पुजारी नीरज ने बताया कि यहां पिछले 60 सालों से मंदिर है. मंदिर में ऊपर की ओर दरबार साहिब है. जहां गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश होता है. दोपहर को अचानक निहंगों का एक बड़ा जत्था मंदिर परिसर में आया. उन्होंने बताया कि वह हॉल बुकिंग करवाने के लिए आए हैं. हॉल कमरा चैक करने के बहाने ऊपर जाकर श्री गुरू ग्रंथ साहिब को सिर पर रखकर नीचे ले आए. उनका विरोध किया, तो उन्होंने जोर जबरदस्ती शुरू कर दी.
निहंग मंदिर परिसर में तलवारें लहराते हुए वहां से चले गए. डीएसपी मुख्यालय सतीश वत्स ने बताया कि निहंगों व मंदिर प्रबंधन कमेटी को बुलाकर मामले की छानबीन की जिस पर निहंगों ने उन्हें बताया कि मंदिरों में रखे श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेकद्री हो रही थी और मंदिर कमेटी द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब का कोई नियम लागू नहीं किया जा रहा था. जिस कारण हम इज्जत के साथ श्री गुरु ग्रंथ साहिब को लेकर आए ताकि गुरु ग्रंथ साहिब की बेकद्री न हो.
डीएसपी सतीश वत्स ने बताया कि मंदिर प्रबंधन कमेटी की बात भी सुनी और दोनों पक्षों का समझौता कर दिया है और मंदिर प्रबंधन ने निहंगों को आश्वासन दिया कि जो भी श्री गुरु ग्रंथ साहिब की शान में नियम बनाए गए हैं वह उन्हें जरूर अपनाएंगे. अब विवाद समाप्त हो गया है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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