Haryana News: हरियाणा का नूंह जिला पूरे प्रदेश में जनसंख्या के लिहाजा से मुस्लिम बहुल्य इलाका है. यहां के ग्राम पंचायत में 15 पंच है, जिनमें से सब पंच मिलकर एक प्रमुख सरपंच का चुनाव करते हैं. इस बार हुए चुनाव में मुस्लिम बहुल्य को अपना सरपंच चुनना था.
15 पंच में से केवल एक ही पंच हिंदू समुदाय का है, जिसका नाम निशा चौहान है. इस बार हुए चुनाव में पंचों ने भाईचारे का एकतना का उदाहरण देते हुए हिंदू समुदाय की महिला पंच को सर्वसम्मानित से अपना सरपंच चुना है. बता दें, कुल 3,296 वोटर्स में से हिंदू मतदातओं की संख्या केवल 250 है.
धर्म के आगे भाईचारे और एकता की हुई जीत
पंचायत अधिकारी नसीम ने बताया कि 30 साल की हिंदू महिला निशा चौहान को सिरौली का पंच चुना गया था. ऐसा पहली बार हुआ है कि नूंह जिले के किसी मुस्लिम बहुल गांव में सरपंच के तौर पर हिंदू पंच को चुना गया है.
सरपंच चुने जाने के बाद निशा ने कहा कि ये मेवात की सदियों पुरानी लंबी हिंदू-मुस्लिम एकता का एक और उदाहरण तय किया है. उन्होंने बताया कि मेवात में धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है. उनका यह चुनाव पूरे जिले में भाईचारे और सांप्रदायिक सद्भाव का खास मैसेज देगा.
बता दें, नूंह के सिरौली में 15 में से 8 पंच महिलाएं है. सरपंच का पद महिलाओं के लिए पहले से आरक्षित है. बीते 2 अप्रैल, 2025 को सरपंच के चुनाव हुए थे. जिसमें 15 में से 10 पंचों ने सर्वसम्मानित के साथ निशा चौहान के पक्ष में वोट दें उन्हें अपना नया सरपंच चुना.
द हिंदू की एक रिपोर्ट के अनुसार, नूंह हरियाणा के सभी जिलों में से पिछड़ा जिला माना जाता है. साल 2023, जुलाई के महीने में विश्व हिंदू परिषद ने यहां एक मार्च का आयोजन किया था. जिस दौरान वहां पर हमले की खबरें भी आई थी. जिसके बाद से यह जिला सांप्रदायिक संघर्ष का केंद्र बन गया था.
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