Hisar: हिसार के अणुव्रत समिति हिसार की ओर से 77वां अणुव्रत स्थापना दिवस अणुव्रत अनुशास्ता आचार्य श्री महाश्रमण की सुशिष्या शासनश्री साध्वी श्री यशोधरा व शासनश्री साध्वी श्री पशरमरति के सानिध्य में गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल मॉडल टाउन में मनाया गया.
शनिवार को आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता अणुव्रत समिति के अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने की. कार्यक्रम की शुरूआत विनोद जैन ने अणुव्रत गीत के माध्यम से की.
साध्वी श्री यजुयशा व साध्वीश्री शांति प्रभा ने बताया कि 1 मार्च 1949 को अणुव्रत आंदोलन की शुरूआत हुई थी. उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य और नींव हैं इसलिए उनका हर प्रकार से मजबूत होना आवश्यक है. वे नैतिक रूप से मजबूत हों तथा नशे इत्यादि से दूर रहकर अच्छी शिक्षा प्राप्त करके देश के अच्छे नागरिक बनें.
साध्वी श्री यशोधरा ने अपने संदेश में कहा कि आज देश में मूल्यों का संकट है. केवल भौतिक मूल्यों का ही नहीं बल्कि नैतिक मूल्यों का भी है. यह विचित्र बात है कि अन्न, वस्त्र, सीमेंट आदि के मूल्य बढ़ रहे हैं और सत्य, सदाचार, सरलता आदि के मूल्य घट रहे हैं.
साध्वी श्री पशरमरति ने अपने संदेश में कहा कि हमारा देश जातिवाद के जाल में फंसा हुआ है. जाति का महत्व अपनी जगह पर है. मनुष्य का महत्व उससे बड़ा है. आज देश के नागरिकों को जरूरत मानव को मानव समझने की है. समिति अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि अणुव्रत आंदोलन ने देश में नैतिक वातावरण बनाया है. नैतिकता जीवन में उपयोगी तत्व है. समाज और देश का उत्थान नैतिकता के बिना नहीं हो सकता. आचार्यश्री तुलसी ने देश को नैतिकता का संदेश दिया है.
देश में नैतिकता के निर्माण में अणुव्रत के नियमों का अहम योगदान है. अणुव्रत समिति की तरफ से स्कूल प्रिंसिपल प्रताप सिंह को पटका पहनाकर व स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया व धन्यवाद व्यक्त किया. इस अवसर पर राजेंद्र अग्रवाल समिति अध्यक्ष, दर्शन लाल शर्मा मंत्री, विनोद जैन, डॉ. सतपाल शर्मा, सुनील मित्तल, सुरेश जांगड़ा, सतीश कुमार, टेक राम बूरा, जगदीश गर्ग, श्रवण गिरधर, अध्यापिका कंचन, अध्यापक हरीश कुमार आदि उपस्थित रहे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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