सवाल ये है कि आखिर ये भारत के लिए क्यों जरूरी है और आखिर इस मुद्दे पर इंडोनेशिया और भारत साथ साथ एक ही मंच पर क्यों आ गए हैं. तो आपको बता दें कि इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि समुद्र की स्वतंत्रता राष्ट्रों के लिए एक मजबूत हित है और वैश्विक शांति और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है. भारत के मामले में, लगभग 200 बिलियन डॉलर का भारतीय व्यापार दक्षिण चीन सागर से होकर गुजरता है. भारत सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय लंबे समय से नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था से लाभान्वित हुआ है.