Mahakumbh Stampede: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान संगम के पास मची भगदड़ पर आज अधिकारियों से चर्चा की. समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से कहा कि प्रयागराज में श्रद्धालु जनों की भारी भीड़ है. संगम नोज में स्नान का भारी दबाव है. जो लोग जहां पर मौजूद हैं, उसी घाट पर स्नान करें. प्रशासन उनकी पूरी व्यवस्था के लिए तत्परता से लगा हुआ है. हादसे में कुछ लोग घायल हैं. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज कराया जा है. प्रधानमंत्री मोदी भोर से ही चार बार उनसे बात कर चुके हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि लगभग 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु प्रयागराज में हैं. कल भी साढ़े पांच करोड़ श्रद्धालुजनों ने महाकुंभ का स्नान किया. संगम नोज पर जाने के कारण ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हुईं. रात 1 से 2:00 के बीच यह हादसा हुआ. अखाड़ा परिषद के स्नान को लेकर बैरीकेडिंग भी की गई थी. कुछ श्रद्धालु इसमें घायल हुए हैं. घायलों को अस्पताल पहुंचा कर इलाज किया जा रहा है. कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं. लगातार प्रशासन श्रद्धालुओं को स्नान कराने के लिए लगा हुआ है. प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालु जनों के सकुशल स्नान कराने, अमृत स्नान में पूरे देश भर से आए श्रद्धालुजनों की व्यवस्था के लिए लगा है.
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्रातः काल से ही चार बार फोन करके जानकारी ली है. गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लगातार जानकारी ले रहे हैं. व्यवस्था को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की जा रही है, जिसमें मुख्य सचिव समेत गृह विभाग के महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अखाड़ा परिषद, महामंडलेश्वरों और पूज्य संतों से हमारी खुद की वार्ता हुई है. संतों ने कहा है कि श्रद्धालु जन पहले स्नान करेंगे. उसके बाद संतजन स्नान करेंगे. आज प्रातः काल से सुबह साढ़े आठ बजे तक साढ़े तीन करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं. कई बिंदु पर श्रद्धालुजनों का अब भी दबाव है. इसलिए सभी श्रद्धालुओं से अपील है. पूज्य संतों से अपील है कि अफवाह पर कोई ध्यान न दें. संयम से स्नान करें. यह सब आयोजन उन्हीं लोगों का है. प्रशासन उनकी सेवा के लिए पूरी तत्परता से लगा हुआ है. पूरी मजबूती के साथ वहां पर हर प्रकार सहयोग करने के लिए प्रशासन जुटा है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर नकारात्मक अफवाह फैलाने का प्रयास करेगा तो उससे नुकसान हो सकता है. 15 से 20 किलोमीटर में अस्थाई घाट बनाए गए हैं. वहां पर भी लोग स्नान कर सकते हैं. यह आवश्यक नहीं है कि सभी लोग संगम पर ही स्नान करें. उसमें बच्चे हैं, बुजुर्ग हैं और सांस की बीमारी वाले तमाम ऐसे श्रद्धालु हैं जिन्हें पूरी सावधानी बरतनी चाहिए. सभी गंगा जी के घाट हैं. उन्हें वहीं पर स्नान कर लेना चाहिए. जहां पर वह मौजूद हैं. संगम में स्नान का बहुत ज्यादा दबाव है
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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