National Games 2025: रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग, दर्शकों से भरा खचाखच राजीव गांधी अंतराष्ट्रीय स्टेडियम में लेजर लाइट शो के साथ शानदान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और तालियों की गड़गड़ाहट के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 38वें राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन किया. शंख ध्वनि, शिव तांडव स्त्रोत पर तांड़व नृत्य ने दर्शकों पर सम्मोहन सा असर किया. इससे पहले प्रधानमंत्री ने मौजूद दर्शकों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे. इस दौरान मोदी, मोदी और जय श्री राम के नारों से स्टेडियम गूंज उठा.
May the National Games be marked by exceptional sporting performances and may it further encourage sporting talent in our nation. pic.twitter.com/3NeMOg7ey4
— Narendra Modi (@narendramodi) January 28, 2025
इसके बाद शुभंकर मौली के साथ सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के बैंड की धुन पर अंडमान निकोबार, असम, बिहार, चंडीगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू कश्मीर, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों की टीम ने मार्च पास्ट किया. खिलाड़ियों का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, मंचासीन ने अतिथियों एवं दर्शकों ने तालियां बजाकर स्वागत किया. इसके बाद भारत के जानमाने एथलीट लक्ष्य सेन मशाल तेजस्विनी के प्रधानमंत्री के हाथों में सौंपी.
उत्तराखंड में लागू हुए यूनिफॉर्म सिविल कोड में भी हमारे खेलों की तरह ही टीम स्पिरिट की भावना है। pic.twitter.com/lNwolS7oKG
— Narendra Modi (@narendramodi) January 28, 2025
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्लास्टिक कम से कम उपयोग और रोशनी के लिए खेलों में सौर सौर ऊर्जा का अधिक उपयोग किया जा रहा है. उन्होंने प्रधानमंत्री की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि कश्मीर से अनुच्छेद 370 की समाप्ति, राम मंदिर का निर्माण, तीन तलाक कानून समेत कई अहम कार्य मोदी ने किए हैं और उन्हीं प्रेरणा उत्तराखंड विकास की ओर अग्रसर है. उन्होंने कहा कि यूसीसी लागू कर राज्य ने एक कीर्तिमान स्थापित किया. उन्होंने राष्ट्रीय खेलों में आए खिलाड़ियों को उच्च सुविधाएं देने के साथ पर्यावरण का संदेश देने में संकल्प भी दोहराया.
प्रदेश की खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारा एक ही स्लोगन- संकल्प से शिखर तक. उन्होंने कहा कि नेशनल गेम्स के साथ ही उत्तराखंड को खेल भूमि के रूप में जाने जाने की शुरुआत हो रही है.
इस दौरान मंच पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय रक्षा राज्य मं़त्री अजय टम्टा, केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण, भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट मौजूद रहे.
आकर्षक रही लेजर शो में डाक्यूमेंट्री
लेजर लाइट शो के माध्यम से मैं हिमालय हूं डाक्यूमेंट्री की शानदार प्रस्तुति दी गई. डाक्टयूमेंट्री में हिमालय, वन, वन्य पशु, कृषि, नदियों, पहाड़ों और उत्तराखंड की संस्कृति को शानदार लाइटिंग के साथ प्रस्तुत किया गया. डाक्यूमेंट्री में उत्तराखंड के विकास के विभिन्न पहलुओं को भी शामिल किया गया.
38वें राष्ट्रीय खेल-एक नजर
–आयोजन अवधि
-28 जनवरी 2025 से लेकर 14 फरवरी 2025 तक -आयोजित होंगी खेल गतिविधियां
खेल स्पर्धाएं
-कुल 35 खेल स्पर्धाएं होनी हैं. इसमें से 33 मेडल टेली गेम, दो डेमो गेम.
-नए खेल
-योग व मलखंब को इस बार मेडल टेली गेम बतौर शामिल किया गया है.
-प्रतिभागिता
-पूरे देश से लगभग दस हजार खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा दिखाएंगे.
-पहाड़ से मैदान तक
-आठ जिलों में गतिविधियां, दून-हरिद्वार से खटीमा-टिहरी तक आयोजन.
-हरित पहल
-ग्रीन गेम थीम है. पदकों से लेकर तमाम कार्यक्रमों में हरित पहल की छाप.
-प्रतीक-पहचान
-राज्य पक्षी मोनाल मौली के रूप में शुभंकर. -मशाल का नाम – तेजस्विनी .
ध्येय वाक्य
खेलों की टैगलाइन संकल्प से शिखर तक है, जिसका जिक्र एंथेम में भी है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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