Haryana: हरियाणा सरकार एवं पुलिस की ओर से साइबर ठगी के खिलाफ लगातार चलाए जा रहे अभियान के बावजूद साइबर ठक तू डाल-डाल मैं पात-पात वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं. ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने मध्यप्रदेश के छत्तरपुर से एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने भैंस चोरी की ऑनलाइन एफआईआर देखकर किसान को फोन करके खुद को इंस्पेक्टर बताया और भैंस चोरी मामले में कार्रवाई के लिए 10 हजार रुपये मांग लिए. गनीमत रही कि किसान फोन पे या गूगल पे नहीं चलाता था और उसने अपने भतीजे से केवल 100 रुपये ही इंस्पेक्टर बने ठग के पास भिजवाए. पुलिस ने आरोपी से वह मोबाइल बरामद कर लिया है, जिसमें 100 रुपये ट्रांसफर किए गए. आरोपी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के महोबा का रहने वाला है. पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने मंगलवार को बताया कि ढंढूर निवासी अनिल ने हिसार साइबर थाना में 100 रुपए की ठगी बारे शिकायत दी थी. इसमें उसने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है. पिछले वर्ष 30-31 दिसंबर की रात में उसके घर से तीन भैंस और एक कटड़ी चोरी हो गई थी. इनके चोरी होने के बारे में उसने थाना सदर हिसार में शिकायत देकर केस दर्ज करवाया था.
एक जनवरी को उसके पास फोन आया जिसमें कॉलर ने अपने आपको थाना सदर रेवाड़ी में तैनात इंस्पेक्टर बताया. साथ ही कहा कि तुम्हारी तीनों भैंस और कटड़ी थाना सदर रेवाड़ी के इलाका में मिल गई है और उन्हें लाने के लिए मुझे खर्चे के रूप में 10 हजार रुपए देने पड़ेंगे और ये पैसे फोन पे पर भेज दो। उसी दिन पैसे भेजने के बारे में शिकायतकर्ता के पास 10—12 बार फोन आए. इस पर शिकायकर्ता ने कॉलर से कहा कि वह फाइन पे नहीं चलाता जिस पर कॉलर ने किसी ओर के फोन पे से पैसे भेजने के बारे में कहा। इस पर शिकायतकर्ता अनिल ने अपने चाचा के लड़के से पैसे भेजने को कहा परंतु उसके चाचा के लड़के ने 100 रुपए ही भेजे. ठगी का नया तरीका, ऑनलाइन सर्च करके की ठगी की 100 रुपए की ठगीपुलिस अधीक्षक ने कहा कि शिकायतकर्ता अनिल द्वारा जिस फोन पे पर रुपए भेजे गए, वो फोन नंबर उक्त आरोपी शिवम से बरामद किया है. आरोपी शिवम को मध्यप्रदेश के छतरपुर से गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि धोखाधडी से पैसे ठगने वालों ने ठगी का ये नया तरीका निकाला है. केस में जांच के दौरान सामने आया कि धोखेबाजों ने ऑनलाइन भैंस चोरी की एफआईआार सर्च की और पीड़ित के पास पुलिस इंस्पेक्टर बनकर फोन करके कहा कि उसकी तीनों भैंस रेवाड़ी सदर थाना के इलाके में मिली है और भैंसों को भेजने के एवज में 10 हजार रुपए की फोन पे के माध्यम से डिमांड की गई.
शिकायतकर्ता ने समझदारी दिखा पहले 100 रुपए ट्रांसफर किए और फ्रॉड होने की शंका होने पर सदर थाना में पुलिस से संपर्क किया। इस पर पुलिस कर्मचारियों ने उन्हें बताया कि उनके साथ तो साईबर फॉड हो गया है. इसके बाद शिकायतकर्ता ने साइबर थाना में शिकायत दी. इस पर हिसार साइबर थाना पुलिस ने केस दर्ज करके छानबीन करते हुए उक्त एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोपी को पूछताछ के बाद अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. एफआईआर के नाम पर पैसे मांगे तो सतर्क रहे और पुलिस से संपर्क करें. पुलिस अधीक्षक ने आमजन से अपील की है कि इस तरह से होने वाली धोखाधड़ी से सावधान रहें. अगर आपने कोई भी, किसी भी मामले में एफआईआर दर्ज करवाई है तो अगर उसके बारे में आपके पास किसी भी तरह का कोई फोन आए जिसमें पैसे की मांग की जाए तो सजग रहकर संबंधित थाना में संपर्क करें. बिना सोचे समझे किसी को भी पैसे ट्रांसफर न करें, पुलिस ऐसे किसी से पैसे नहीं मागंती है. अगर कही की भी पुलिस को कोई चोरीशुदा वाहन, पशु या कोई भी वस्तु मिलती है तो वह संबंधित थाना में संपर्क करते है न कि शिकायतकर्ता से.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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