Haryana: किसानों की मांगों के समर्थन में शंभू बॉर्डर पर खुदकुशी करने वाले किसान के परिवार के प्रति संवेदनाएं जताते हुए हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट ने सरकार की उदासीनता की निंदा की है.
हरियाणा कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट लाल बहादुर खोवाल ने शनिवार को कहा कि किसान तपती गर्मी व खून जमा देने वाली सर्दी में अपनी परवाह किए बिना अनाज उगाता है लेकिन उस अन्नदाता किसान को अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि शंभू बॉर्डर पर किसान द्वारा आत्महत्या करने का समाचार दुखदायी है. उन्होंने बताया कि इससे पहले दिसंबर माह में भी एक किसान खुदकुशी कर चुका है.
एडवोकेट खोवाल ने कहा की कडक़ती ठंड में किसान धरना व प्रदर्शन कर रहे हैं. इतना ही नहीं उन्हें अपनी मांगें मनवाने के लिए अपनी आहुति तक देनी पड़ रही है. एडवोकेट खोवाल ने बताया कि पिछले दिनों कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद कुमारी सैलजा के साथ वे भी खनौरी बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलने गए थे, उस समय भी उनकी हालत बहुत नाजुक बनी हुई थी लेकिन अब दिन-प्रतिदिन आमरण अनशन कर रहे किसान नेता की हालत और ज्यादा बिगड़ती जा रही है लेकिन भाजपा सरकार इस दिशा में उदासीन रवैया अपनाए हुए है.
उन्होंने बताया कि हिसार में टोल प्लाजा पर किसानों ने प्रदेश व केंद्र सरकार के पुतले जलाए और नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया. खोवाल ने कहा कि इसी भांति प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में किसान धरना व प्रदर्शन करते हुए मांगें मानने की अपील कर रहे हैं लेकिन सरकार इस दिशा में कोई प्रभावी कदम नहीं उठा रही है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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