Haryana: हरियाणा सरस्वती विरासत विकास बोर्ड के वाइस चेयरमैन धुम्मन सिंह किरमच ने कहा कि प्राचीन संस्कृति को संजोए रखने के उद्देश्य से पोलड़ गांव में सरस्वती नदी के तट पर करोड़ों रुपये की लागत से रिवर फ्रंट बनाया जाएगा. वह बुधवार को पोलड़ गांव में प्राचीन सरस्वती मंदिर पर 35 लाख रुपये की लागत से बनाए जाने वाले सरस्वती घाट का शिलान्यास करने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि सरस्वती नदी पर चार जगहों पर रिवर फ्रंट बनाया जा रहा है. जिसमें यमुनानगर, पिपली, पिहोवा तथा पोलड़ गांव शामिल हैं. इसके अलावा सरस्वती विरासत विकास बोर्ड द्वारा सीवन व सौथा गांव में करोड़ों रुपये के कार्य किए जाएंगे. यह कार्य जून 2025 तक पूर्ण कर लिए जाएंगे.
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इन सब कामों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. वह इन सभी कामों की खुद निगरानी भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पोलड़ क्षेत्र का सौंदर्यकरण भी होगा. घाट पर सफाई के साथ-साथ, लाईटिंग, पार्क, बैठने की कुर्सियां आदि की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा यहां पर बोटिंग की सुविधा उपलब्ध करवाने की प्लानिंग चल रही है. यहां का सौंदर्यकरण होने से यह स्थान पर्यटन के नजरिए से महत्वपूर्ण होगा. पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सोच है कि हमारी पुरानी संस्कृति को संजोकर रखा जाए. इसी कड़ी में सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के माध्यम से विभिन्न विकास कार्य करवाए जा रहे हैं.
इस मौके पर सरस्वती विरासत विकास बोर्ड के अधीक्षक अभियंता अरविंद कौशिक, कार्यकारी अभियंता दिग्विज शर्मा, शैली मुंजाल, प्रवीण रसुलपुर, मांगे राम जिंदल, संजय सैनी, मोहन राणा, हरमेल सिंह, कुलदीप, सोनु सैनी, जगजीत सिंह, गुरप्रीत, गगन, सुभाष, सुरजीत मौजूद रहे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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