Gurugram: मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि गुरुग्राम के मिलेनियम सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 व साइबर सिटी के बीच मेट्रो का विस्तारीकरण किया जाएगा. इस परियोजना पर कुल 5452.72 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगें. मेट्रो विस्तारीकरण का निर्माण कार्य एक मई 2025 से शुरू कर दिया जाएगा. इस परियोजना की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 16 फरवरी, 2024 को रेवाड़ी में रखी गई थी.
मुख्यमंत्री ने यह जानकारी मंगलवार को यहां गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) के तहत मेट्रो विस्तारीकरण के लिए आयोजित बैठक में दी. इस मौके पर उद्योग मंत्री राव नरबीर सिंह व पूर्व विधायक बिमला चौधरी भी उपस्थित रही. बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि मेट्रो विस्तारीकरण का कार्य 4 साल में पूरा होगा. इस संबंध में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मेट्रो के कार्य को तेज गति से आगे बढ़ाया जाए. इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लोगों को मेट्रो निर्माण के दौरान किसी प्रकार की असुविधा ना हो. यातायात सुचारू रूप से संचालित रहे, उस संबंध में भी बेहतरीन योजना बनाई जाए. उन्होंने कहा कि जब भी कोई बड़ा निर्माण इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा किया जाता है, तो वह लंबे समय तक चले और लोगों को लाभ मिले, ऐसी योजना अधिकारियों को बनानी चाहिए.
मेट्रो की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि इस परियोजना पर केन्द्र सरकार द्वारा 896.19 करोड़ रुपए तथा हरियाणा सरकार की ओर से 4556.53 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगें. इस परियोजना के अंतर्गत मीडियम मेट्रो को स्थापित किया जाएगा. यह स्टैण्डर्ड गेज पर संचालित होगी. यह मैट्रो सीबीटीसी अर्थात कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नल पर आधारित होगी. इसकी अधिकतम स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. शुरुआत में इस मेट्रो कनेक्टिविटी में तीन कोच लगाए जाएंगे तथा उसके बाद इसे छह कोच तक बढ़ाया जाएगा. मुख्यमंत्री को बैठक के दौरान अवगत कराया गया कि मेट्रो विस्तारीकरण के निर्माण के दौरान पांच अंडरपास और फ्लाईओवर भी बनाए जाने हैं. 28.50 किलोमीटर लंबी इस मैट्रो रेल लाईन पर कुल 27 स्टेशन होंगें. साथ ही एक डिपो भी निर्मित किया जाएगा, जिसमें से 8 स्टेशन मॉडल स्टेशन होंगे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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