Parliament Winter Session: संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है, लेकिन क्या हो जब इसी मंदिर में जनता की समस्याओं पर गंभीर चर्चा के बजाय हंगामा और शोरगुल हावी हो जाए? संसद का शीतकालीन सत्र हाल ही में समाप्त हुआ. अडाणी के मुद्दे से शुरू हुआ यह सत्र, आंबेडकर पर बहस और धक्का-मुक्की के विवादों के साथ समाप्त हुआ. मगर सबसे चिंताजनक बात यह रही कि इस बार भी संसद में चर्चा की जगह हंगामे ने ज्यादा वक्त लिया.