Maha Kumbh Mela 2025: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 5500 करोड़ रुपये की 167 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया. इस दौरान प्रधानमंत्री पूरी तरह से कुंभ के रंग में रंगे दिखे. उन्होंने संबोधन में कई श्लोक के जरिए प्रयागराज और कुभ की महिमा का बखान किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महाकुंभ से एकता का संदेश निकलेगा, भाषा, जाति और क्षेत्र का कोई भेद नहीं होगा. यहां सब एक होंगे.
#WATCH प्रयागराज, उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकुंभ 2025 के लिए विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया।
इसमें प्रयागराज में बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए 10 नए रोड ओवर ब्रिज या फ्लाईओवर, स्थायी घाट और रिवरफ्रंट सड़कें जैसी… pic.twitter.com/kjpW9bk1mI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 13, 2024
प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर मुझे इस महाकुंभ का वर्णन करना हो तो मैं कहूंगा कि एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी. इस आयोजन की भव्य एवं दिव्य सफलता की शुभकामनाएं देता हूं. हमारा भारत पवित्र नदियों और तीर्थस्थलों का देश है. इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, उनका संगम, उनका समुच्चय, संयोग, प्रभाव प्रताप प्रयाग है. यह केवल तीन पवित्र नदियों का संगम ही नहीं है.
#WATCH प्रयागराज: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “महाकुम्भ को सफल बनाने के लिए दिन रात परिश्रम कर रहे कर्मचारियों, श्रमिकों और सफाई कर्मियों का मैं विशेष रूप से अभिनंदन करता हूं… अगले साल महाकुम्भ का आयोजन देश की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक पहचान को नए शिखर पर पहुंचाएगा। मैं बड़े… pic.twitter.com/OHQxHxcqd7
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श्लोक के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं सभी दैवीय शक्तियां प्रयाग में आ जाती हैं. प्रयागराज की प्रशंसा वेदों में भी किया गया है. उन्होंने प्रयाग के पवित्र स्थलों का जिक्र करते हुए गुणगान किया. यह वह धरती है जहां धर्म, अर्थ, कम और मोक्ष सुलभ है. मुझे आशीर्वाद है कि यहां बार-बार आने का सौभाग्य मिलता है. आज हमने लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन किया. अक्षय वट का पूजन किया. इन दोनों स्थलों पर कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है. यहां हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है. आप सबको इसके लिए बधाई देता हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सैकड़ों साल की गुलामी का कालखंड रहा हो या कोई अन्य विपरीत परिस्थिति, आस्था का यह प्रवाह कभी नहीं रुका. यह इसलिए संभव हुआ है क्योंकि कुंभ में आना स्वत: चेतना की प्रेरणा से होता है. ऐसा संगम शायद ही दुनिया में कहीं मिलता है। यहां ज्ञानी, अज्ञानी, छोटे-बड़े, जातियों का भेद मिट जाता है. सब एक हो जाते हैं. इस बार भी यहां अलग-अलग राज्यों से करोड़ों लोग जुटेंगे. उनकी भाषा, मान्यताएं अलग हो सकती हैं लेकिन यहां सब एक हो जाएंगे. इसीलिए मैं कहता हूं कि यह एकता का महाकुंभ होगा. एक भारत श्रेष्ठ भारत की तस्वीर महाकुंभ पेश करता है. प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ में देश की स्थिति परिस्थिति पर संत महात्माओं का जुटान होता है. वे बैठकर चर्चा परिचर्चा करते थे. समाज की समस्याओं का हल निकालने का संदेश देते थे. आज भी वह प्रवाह चल रहा है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ का इतना महत्व होने के बावजूद पहले की सरकारों में इस पर ध्यान नहीं दिया गया. श्रद्धालु कष्ट उठाते रहे लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा. उनका सनातन भारतीय संस्कृति से लगाव नहीं था. आज की डबल इंजन की सरकार संस्कृति और सभ्यता को महत्व देने वाली हैं. इसलिए हजारों करोड़ की परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं. अयोध्या, वारणसी, लखनऊ, रायबरेली से कनेक्टविटी को बेहतर किया गया है. हमारी सरकार ने विकास के साथ-साथ विरासत को भी समृद्ध बनाने पर फोकस किया है। आज देश के अलग-अलग हिस्सों में बौद्ध सर्किट, रामायण सर्किट जैसे अन्य सर्किट विकसित किए जा रहे हैं. अयोध्या के विकास के हम सब साक्षी हैं.
विश्वनाथ धाम, महालोक की चर्चा आज विश्व में है. प्रयागराज का विकास इसी का प्रतीक है. हमारा यह प्रयागराज निषादराज की भी भूमि है. भगवान राम के मर्यादा पुरुषोत्तम बनने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव श्रृंगवेरपुर भी है. केवट ने अपने प्रभु को सामने पाकर उनके पैर धोए थे. इसमें भगवान और भक्त की मित्रता का संदेश है. श्रृंगवेरपुर धाम का विकास किया जा रहा है. भगवान राम और निषादराज की प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को संदेश देती रहेगी.
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कुभ की तैयारी में जुटे कर्मचारियों खासकर सफाई कर्मियों के प्रति अग्रिम आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के पुण्य में आप भी भागीदार बनेंगे. जैसे भगवान कृष्ण ने जूठे पत्तल उठाकर यह संदेश दिया था. आप ही हैं जो सुबह सबसे पहले उठते हैं और देर रात तक कार्य करते रहते हैं. वर्ष 2019 में इसलिए मैने आपके (सफाई कर्मियों) पैर धोकर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की थी.
मोदी ने कहा कि यहां से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ जाती है. आमतौर पर इसकी चर्चा नहीं हो पाती. पूरे कुंभ के दौरान लोग आएंगे। नाविक साथियों, पूजा पाठ कराने वाले, व्यापारियों को आर्थिक रूप से समृद्धि मिलेगी. तमाम माध्यमों से अर्थव्यवस्था में गति आएगी। सामाजिक समरसता के साथ आर्थिक शक्ति भी मिलेगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां पर त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम ने त्रिवेणी के दर्शन किए थे, आज उसी त्रिवेणी स्थल पर दुनिया के लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी का आगमन हुआ है। मै प्रयागराज और प्रदेश की जनता की तरफ से प्रधानमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं. आज वह हजारों करोड़ की परियोजनाएं लेकर आए हैं। यह सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए खुशी का दिन है. प्रधानमंत्री मोदी आज अक्षय वट कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, ऋषि भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं का लोकार्पण कर रहे हैं. इस मौके पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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