Hisar: महाभारतकाल की याद दिलाने वाले प्रसिद्ध बीड़ बबरान धाम में गीता जयंती के उपलक्ष्य में संकीर्तन का आयोजन किया गया. इस दौरान श्याम बाबा के दरबार को विशेष रूप से सजाकर उसे भव्य स्वरूप दिया गया. श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा के दरबार में माथा टेककर मन्नत मांगी और संकीर्तन में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया. इस दौरान बीड़ बबरान धाम के निज पुजारी विनय शर्मा व अन्य गायकों ने भजनों के माध्यम से श्याम बाबा की महिमा का गुणगान किया और कर्म व धर्म का संदेश दिया.
संकीर्तन के दौरान निज पुजारी विनय शर्मा ने सोमवार को कहा कि वही कार्य करना चाहिए जो धर्मसम्मत हो और जिस कार्य को करने पर आपको आत्मग्लानि न हो बल्कि सुखद अनुभूति हो. उन्होंने कहा कि गीता का ज्ञान हमें सांसारिक जीवन में सदकार्य करने की प्रेरणा देता है. उन्होंने बताया कि बीड़ बबरान धाम के प्रति श्रद्धालुओं की अगाध आस्था है. श्याम बाबा की पूजा व आराधना पुण्य फलदायी है और श्याम बाबा सच्चे भक्तों से बड़ी जल्दी प्रसन्न होते हैं. इसलिए सच्चे मन से मांगी गई मुराद व दरबार में लगाई गई अर्जी अवश्य स्वीकार होती है. अर्जी संकीर्तन में पधारने वाले श्रद्धालुओं ने धाम में स्थापित श्याम बाबा के दरबार, वीर हनुमान के मंदिर, शिव परिवार, अखंड जोत, धूणे, घोड़े के पांव के निशान वाली शिला व मढ़ी के भी दर्शन किए. महाभारतकालीन पीपल के वृक्ष पर नारियल चढ़ाकर भी भक्तों ने अपनी आस्था व्यक्त की.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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