विविधता, समानता और समावेशी अध्ययन, सुनने में कितने अच्छे शब्द लगते हैं और ऐसा लगता है कि इनके आधार पर किया जाने वाला अध्ययन समाज में और विभिन्न समुदायों के बीच एकता लाएगा. लेकिन हो रहा है बिलकुल इसका उल्टा, अमेरिका में जो डाइवर्सिटी, इक्वालिटी और इन्क्लूशन ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं, वे वास्तव में हिंदुओं और विशेषकर ब्राह्मणों के विरुद्ध घृणा फैलाने वाले साबित हो रहे हैं.