Wednesday, May 21, 2025
No Result
View All Result
Haryana News

Latest News

हरियाणा में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर शिकंजा, जानिए कहां-कहां हुई कार्रवाई?

प्रोफेसर अली खान के परिवार का पाकिस्तान से कनेक्शन, क्यों अशोका यूनिवर्सिटी बनी वामपंथी का अड्डा?

यूट्यूबर ज्योति समेत हरियाणा के 4 लोग गिरफ्तार, भारतीय होकर करते थे पाकिस्तान की जासूसी

कौन थे छत्रपति संभाजी महाराज? जिन्होंने मुगलों को दिखाई थी आंख

21 दिन बाद BSF जवान पूर्णम कुमार वापस लौटे भारत, गलती से पाकिस्तान का बॉर्डर किया था पार

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
Haryana News
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
    • Special Updates
    • Rashifal
    • Entertainment
    • Business
    • Legal
    • History
    • Viral Videos
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
No Result
View All Result
Haryana News
No Result
View All Result

Latest News

हरियाणा में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर शिकंजा, जानिए कहां-कहां हुई कार्रवाई?

प्रोफेसर अली खान के परिवार का पाकिस्तान से कनेक्शन, क्यों अशोका यूनिवर्सिटी बनी वामपंथी का अड्डा?

यूट्यूबर ज्योति समेत हरियाणा के 4 लोग गिरफ्तार, भारतीय होकर करते थे पाकिस्तान की जासूसी

कौन थे छत्रपति संभाजी महाराज? जिन्होंने मुगलों को दिखाई थी आंख

21 दिन बाद BSF जवान पूर्णम कुमार वापस लौटे भारत, गलती से पाकिस्तान का बॉर्डर किया था पार

  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
  • लाइफस्टाइल
Home अंतर्राष्ट्रीय

‘LAC के कुछ क्षेत्रों पर समझ का अभाव’ सदन में बोले विदेश मंत्री एस. जयशंकर

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने मंगलवार को लोकसभा को जानकारी दी कि चीनी कार्रवाई के चलते सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति भंग होने के कारण भारत-चीन संबंध 2020 के बाद से सामान्य नहीं रहे थे.

Akansha Tiwari by Akansha Tiwari
Dec 3, 2024, 05:20 pm GMT+0530
Dr. S. Jaishankar

Dr. S. Jaishankar

FacebookTwitterWhatsAppTelegram

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने मंगलवार को लोकसभा को जानकारी दी कि चीनी कार्रवाई के चलते सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति भंग होने के कारण भारत-चीन संबंध 2020 के बाद से सामान्य नहीं रहे थे. हमारे निरंतर राजनयिक प्रयासों से हाल ही में संबंधों में कुछ सुधार आया है.

 

My statement in Lok Sabha regarding ‘recent developments in India’s relations with China’.

https://t.co/ARbqpArKPv

— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) December 3, 2024

विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने मंगलवार को लोकसभा में भारत-चीन संबंधों पर एक बयान दिया. उन्होंने कहा कि सीमा पर शांति और अमन-चैन रिश्तों के सामान्य होने की पहली शर्त है. चीन के साथ बातचीत में राष्ट्रीय हितों को व्यापक तौर पर साधा जा रहा है. दोनों पक्षों (भारत और चीन) को एलएसी का सख्ती से सम्मान और पालन करना चाहिए. किसी भी पक्ष को यथास्थिति को एकतरफा बदलने का प्रयास नहीं करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि सीमा से जुड़े मुद्दों के समाधान के लिए निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य ढांचे पर पहुंचने के लिए द्विपक्षीय चर्चाओं के माध्यम से चीन के साथ जुड़ने के लिए भारत प्रतिबद्ध है. दोनों देशों के बीच कुछ क्षेत्रों के बारे में वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर समझ का अभाव है.

विदेश मंत्री ने सदन को डेप्सांग और डेमचोक के संबंध में 21 अक्टूबर, 2024 को हुए समझौते के बारे में सूचित किया. उन्होंने बताया कि दोनों स्थानों को लेकर अस्थिरता की स्थिति और इनके द्विपक्षीय संबंधों पर प्रभाव को देखते हुए समझौता जरूरी था. हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र में अग्रिम तैनाती हटाने को लेकर अंतिम समझौता होने के बाद से दोनों क्षेत्र सितंबर 2022 से चीनी पक्ष के साथ डब्ल्यूएमसीसी और एसएचएमसी दोनों में हमारी चर्चाओं का केंद्र रहे हैं .

विदेश मंत्री ने कहा कि 21 अक्टूबर को बनी सहमति के बाद प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 23 अक्टूबर को कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान एक बैठक की. उन्होंने इस सहमति का स्वागत किया और विदेश मंत्रियों को बैठक कर संबंधों को स्थिर और पुनर्निर्माण करने का निर्देश दिया. विशेष प्रतिनिधियों को सीमा प्रश्न का निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान तलाशने के अलावा शांति और सौहार्द्र के प्रबंधन की देखरेख भी करनी है. इसके अनुसरण में उन्होंने हाल ही में 18 नवंबर, 2024 को रियो डी जेनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान विदेश मंत्री वांग यी के साथ फिर से चर्चा की.जयशंकर ने कहा कि सदन को पता है कि 2020 से हमारे संबंध असामान्य रहे हैं, जब चीनी कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और सौहार्द्र भंग हुआ था.

हाल के घटनाक्रम जो तब से हमारे निरंतर कूटनीतिक जुड़ाव को दर्शाते हैं, जिससे हमारे संबंधों में कुछ प्रगति हुई है. सदन इस तथ्य से अवगत है कि 1962 के संघर्षों और उससे पहले की घटना के परिणामस्वरूप चीन अक्साई चिन में 38,000 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र पर अवैध कब्जा कर रखा है. इसके अलावा पाकिस्तान ने 1963 में अवैध रूप से 5,180 वर्ग किमी भारतीय क्षेत्र चीन को सौंप दिया, जो 1948 से उसके कब्जे में है. भारत और चीन ने सीमा मुद्दे को सुलझाने के लिए कई दशकों तक बातचीत की है. सीमा विवाद के समाधान के लिए निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य रूपरेखा पर पहुंचने के लिए द्विपक्षीय चर्चा की गई. विदेश मंत्री ने सदस्यों को याद दिलाया कि अप्रैल-मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चीन द्वारा बड़ी संख्या में सैनिकों को एकत्र करने के परिणामस्वरूप कई बिंदुओं पर हमारी सेनाओं के साथ आमना-सामना हुआ. इस स्थिति के कारण गश्ती गतिविधियों में भी बाधा उत्पन्न हुई. यह हमारे सशस्त्र बलों के लिए श्रेय की बात है कि रसद संबंधी चुनौतियों और तत्कालीन कोविड स्थिति के बावजूद वे तेजी से और प्रभावी ढंग से जवाबी तैनाती करने में सक्षम थे.

विदेश मंत्री ने कहा कि हम इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट हैं कि शांति और सौहाद्र की बहाली ही बाकी रिश्तों को आगे बढ़ाने का आधार होगी. 2020 से ही हमारा जुड़ाव इसी उद्देश्य पर केंद्रित रहा है. यह विभिन्न स्तरों पर हुआ, जिसमें सरकार के विभिन्न अंग शामिल थे. मैंने खुद अपने चीनी समकक्ष के साथ बैठकें की हैं, जैसा कि मेरे वरिष्ठ सहयोगी रक्षा मंत्री ने भी किया है. हमारे एनएसए ने भी अपने चीनी समकक्ष के साथ बातचीत की है, दोनों ही सीमा प्रश्न पर विशेष प्रतिनिधि हैं. राजनयिक स्तर पर सहयोग और समन्वय के लिए कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) द्वारा अधिक विस्तृत चर्चा की गई. इसका सैन्य समकक्ष वरिष्ठ सर्वोच्च सैन्य कमांडरों की बैठक (एसएचएमसी) तंत्र था. बातचीत में राजनयिक और सैन्य अधिकारियों की संयुक्त उपस्थिति के साथ स्वाभाविक रूप से बातचीत बहुत अच्छी तरह से समन्वित थी. जून 2020 से डब्ल्यूएमसीसी की 17 बैठकें और एसएचएमसी के 21 दौर हो चुके हैं.

साभार – हिंदुस्थान समाचार

ये भी पढ़ें: 60 दिन के बाद टूटा युद्धविराम, इजराइल ने हिजबुल्लाह पर किया हवाई हमला

Tags: ChinaDr. S JaishankarForeign MinisterIndia-China RelationLACParliament Session 2024
ShareTweetSendShare

RelatedNews

क्यों महत्वपूर्ण है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस? जानें इतिहास,उद्देश्य और महत्व
Latest News

World Press Freedom Day 2025: हर साल 3 मई को क्यों मनाया जाता है विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस? जानें इसका इतिहास, महत्व और थीम

World Earth Day 2024: 22 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस ? जानिए इतिहास, महत्व और थीम
Latest News

22 अप्रैल को ही क्यों मनाया जाता है विश्व पृथ्वी दिवस? जानिए इतिहास, महत्व और थीम

UNESCO मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड में शामिल हुए श्रीमद्भगवद्गीता और नाट्यशास्त्र
Latest News

UNESCO मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड में शामिल हुए श्रीमद्भगवद्गीता और नाट्यशास्त्र

हर साल 7 अप्रैल का क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड हेल्थ डे, जानिए इतिहास और थीम
Latest News

हर साल 7 अप्रैल का क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड हेल्थ डे, जानिए इतिहास और थीम

म्यांमार में 7.2 तीव्रता से आया भूकंप, दहशत मे लोग
Latest News

Earthquake: म्यांमार में 7.2 तीव्रता से आया भूकंप, दहशत मे लोग

Latest News

हरियाणा में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर शिकंजा, जानिए कहां-कहां हुई कार्रवाई?

हरियाणा में बांग्लादेशी घुसपैठियों पर शिकंजा, जानिए कहां-कहां हुई कार्रवाई?

प्रोफेसर अली खान के परिवार का पाकिस्तान से कनेक्शन, क्यों अशोका यूनिवर्सिटी बनी वामपंथी का अड्डा?

प्रोफेसर अली खान के परिवार का पाकिस्तान से कनेक्शन, क्यों अशोका यूनिवर्सिटी बनी वामपंथी का अड्डा?

यूट्यूबर ज्योति समेत हरियाणा के 4 लोग गिरफ्तार, भारतीय होकर करते थे पाकिस्तान की जासूसी

यूट्यूबर ज्योति समेत हरियाणा के 4 लोग गिरफ्तार, भारतीय होकर करते थे पाकिस्तान की जासूसी

कौन थे छत्रपति संभाजी महाराज? जिन्होंने मुगलों को दिखाई थी आंख

कौन थे छत्रपति संभाजी महाराज? जिन्होंने मुगलों को दिखाई थी आंख

21 दिन बाद BSF जवान पूर्णम कुमार वापस लौटे भारत, गलती से पाकिस्तान का बॉर्डर किया था पार

21 दिन बाद BSF जवान पूर्णम कुमार वापस लौटे भारत, गलती से पाकिस्तान का बॉर्डर किया था पार

Kirana Hills

क्यों चर्चा में बना पाकिस्तान का किराना हिल्स? जिस पर हमले की बात को भारत ने नाकारा

माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी, 6000 कर्मचारी होंगे प्रभावित, नौकरी का संकट

माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी, 6000 कर्मचारी होंगे प्रभावित, नौकरी का संकट

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहले दौरे के लिए PM मोदी ने आदमपुर एयरबेस ही क्यों चुना ? जानें इसके पीछे की वजह

ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहले दौरे के लिए PM मोदी ने क्यों चुना आदमपुर एयरबेस? जानें इसके पीछे की वजह

ऑपरेशन सिंदूर: जहां आतंकियों की होती थी ट्रेनिंग, भारत ने उन ठिकाने को किया नेस्तनाबूद

EXPLAINER ऑपरेशन सिंदूर: जहां आतंकियों की होती थी ट्रेनिंग, भारत ने उन ठिकाने को किया नेस्तनाबूद

ऑपरेशन सिंदूर पर प्रोफेसर अली खान के बिगड़े बोल, भारत की एकता पर उठाए सवाल: महिला आयोग ने जारी किया नोटिस

ऑपरेशन सिंदूर पर प्रोफेसर अली खान के बिगड़े बोल, भारत की एकता पर उठाए सवाल: महिला आयोग ने जारी किया नोटिस

  • Home
  • About Us
  • Contact Us
  • Privacy Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Sitemap

Copyright © Haryana-News, 2024 - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • प्रदेश
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • वीडियो
  • राजनीति
  • व्यवसाय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • Opinion
    • लाइफस्टाइल
  • About & Policies
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    • Terms & Conditions
    • Disclaimer
    • Sitemap

Copyright © Haryana-News, 2024 - All Rights Reserved.