Haryana: हरियाणा पुलिस के डॉग स्क्वायड में उच्च कोटि के 27 प्रशिक्षित डॉग और शामिल हो गए हैं. अब स्क्वायड में डॉग की संख्या 36 से बढ़ाकर 63 हो गई. पिछले दस माह में इन डॉग की मदद से 24 केस सुलझाए गए हैं.
हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बुधवार को बताया कि इस वर्ष जनवरी से लेकर 31 अक्टूबर तक हरियाणा पुलिस के डॉग स्क्वायड से 24 मुकदमों को सुलझाने में मदद मिली है. प्रदेश में इस अवधि के दौरान डॉग स्क्वायड की मदद से 24 किलो 450 ग्राम गांजा, 17.18 ग्राम हेरोइन, 42.45 ग्राम स्मैक, 10 किलो 572 ग्राम डोडा पोस्त तथा 62 ग्राम चरस की बरामद की गई है. कपूर ने बताया कि हरियाणा पुलिस में वर्तमान में तीन तरह के डॉग्स को तैनात किया गया है. इन डॉग्स को इनकी खूबियों के मुताबिक अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है. पहले तरह के डॉग को ट्रैकर डॉग्स कहा जाता है, जो चोरी व मर्डर इत्यादि के मामलों में अनुसंधान अधिकारी (आईओ) की मदद करते हैं.
इस तरह के डॉग्स राज्य अपराध शाखा के पास हैं, जोकि लैब्राडोर नस्ल के होते हैं. उन्होंने बताया कि दूसरी प्रकार के डॉग एक्सक्लूसिव के नाम से जाने जाते हैं, जो वीआईपी सुरक्षा तथा संदिग्ध स्थानों पर बम आदि की चेकिंग के लिए प्रयोग होते हैं. ये डॉग्स सीआईडी के पास होते हैं. इनमें भी लैब्राडोर नस्ल के डॉग्स शामिल किए जाते हैं. तीसरी प्रकार के डॉग नारकोटिक्स डॉग्स होते हैं. ये डॉग्स मादक पदार्थों को जमीन, मकान, बिल्डिंग, व्हीकल आदि से सूंघ कर उनके बारे में इशारा करते है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में हरियाणा पुलिस के पास 63 डॉग्स हैं, जिसमें से पांच डॉग्स हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में तथा 58 डॉग्स हरियाणा के सभी जिलों में तैनात है इन सभी डॉग्स पर एक-एक डॉग हैंडलर तथा असिस्टेंट डॉग हैंडलर तैनात किया गया है. हरियाणा पुलिस के बेड़े में बेल्जियम शेफर्ड, जर्मन शेफर्ड तथा लैब्राडोर तीन प्रजाति के डॉग शामिल है. इन डॉग्स के खान पान तथा रखरखाव पर विशेष ध्यान दिया जाता है.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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