Haryana Cabinet: हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) को विधायक दल का नेता चुन लिया है. नायब सिंह सैनी वीरवार यानी 17 अक्टूबर को दूसरी बार मुख्यमंत्री के रुप में शपथ लेंगे. सीएम पथ के साथ-साथ मंत्रिमंडल पर भी ज्यादा चर्चा की जारी है.
सूत्रों की जानकारी के अनुसार नायब सिंह के साथ 10 अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे. जिसमें इस बार 2-3 विधायक महिला भी शामिल हो सकती है. इस बार भाजपा ने जातीय समीकरण का भी पूरा ध्यान रखा गया है. भाजपा ने विधानसभा चुनाव में 90 से में 48 सीटों पर बहुमत हासिल किया है, जो सामान्य से 2 सीट ज्यादा है. इसके अलावा भाजपा को 3 निर्दलीय उम्मीदवारों का भी समर्थन मिला है.
इस बार हरियाणा मंत्रिमंडल में ज्यादातर नए चेहरों को शामिल करने की संभावना जताई जा रही है. साथ ही जिन नेताओं ने चुनावी प्रचार के दौरान पार्टी के खिलाफ बयानबाजी की थी उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
मंत्रिमंडल में नेताओं को शामिल करने के लिए अपनाई जाएगी रणनीति.
- इस बार मंत्रिमंडल में हर एक लोकसभा से एक नेता शामिल किया जाएगा.
- इस बार मंत्रिमंडल में जातीय समीकरण का विशेष फोकस किया जाएगा. क्योंकि इस बार चुनाव में भाजपा को गैर-जाट वोटर्स ने खुलकर सोर्ट किया है.
इन नेताओं के नाम को किया शार्ट लिस्ट
कृष्णपाल पंवार
पानीपत की इसराना सीट से चुनाव जीते कृष्णपाल पंवार दलित समाज से आते है. साथ ही यह पार्टी के बड़े नेताओं में से एक है. कैबिनेट में इन्हें शामिल कर दलित समुदाय को साधने की कोशिश की जाएगी.
विपुल गोयल
फरीदाबाद सीट से चुनाव जीते विपुल गोयल को मनोहल लाल खट्टर का करीबी माना जाता है. खट्टर सरकार के दौरान इन्हें उद्योग मंत्री का पद दिया गया था.
कृष्ण वेदी
कृष्ण वेदी वाल्मीकि समाज से आने वाले नेता है. इस बार मंत्रिमंडल में इनके शामिल होने की संभवाना जताई जा रही है. कृष्ण वेदीको नायब सिंह और खट्टर का बेहद करीबी माना जाता है.
अरविंद शर्मा
इस बार हुए विधानसभा चुनाव में अरविंद शर्मा ने गोहाना से जीत हासिल की थी. यह ब्राह्मण समाज से आते हैं. इस बार कैबिनेट में इन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलने की संभावना है.
लक्ष्मण यादव
रेवाड़ी से जीत हासिल कर विधायक बने लक्ष्मण यादव को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है. इन्हें राव इंद्रजीत का काफी करीबी माना जाता है.
रणबीर गंगवा
रणबीर गंगवा आबोसी समाज का काफी बड़ा चेहरा माना जाता है. इन्होंने चुनाव में अपनी जीत पक्की करने के लिए कई रैलियां की. जिसके चलते यह वोटर्स को साधने में कामयाब रहे. इस बार इन्होंने बरवाला सीट से चुनाव लड़ा और पहली यहां से भाजपा का खाता खोला. नायब सिंह सैनी और मनोहर लाल खट्टर की सरकार में उन्हें डिप्टी स्पीकर की जिम्मेदारी भी दी गई थी.
महिपाल ढांडा
महिपाल ढांडा जाट समाज से आते हैं. उन्होंने लगातार तीसरी बार से पानीपत ग्रामीण से लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है. इन्हें भीी कैबिनेट में शामिल किया जाता है.
सुनील सांगवान
भाजपा नेता सुनील सांगवान से इस बार चरखी-दादरी से जीत हासिल की थी. राम रहीम को 6 बार पैरोल देने की वजह से सुनील सांगवान काफी चर्चा में बने रहे है.
श्याम सिंह राणा
श्याम सिंह राणा राजपूत जाति से आते हैं. इस बार इन्होंने रादौर विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की. इन्हें नायब सिंह सैनी का करीबी माना जाता है.
इसके अलावा अटेली से विधायक बनी आरती राव को भी कैबिनेट में शामिल करने की संभावना जताई जा रही है. आरती राव केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की बेटी है.
इन नेताओं को बनाया जा सकता है स्पीकर
भारतीय जनता पार्टी इस बार हरियाणा विधानसभा का स्पीकर RSS बैकग्राउंड में किसी को बनाना चाहती है. स्पीकर पद की रेस में भाजपा पार्टी के प्रमुख और अंबाला से विधायक अनिल विज का नाम भी शामिल है. इसके अलावा हरविंद्र कल्याण और कृष्ण वेदी का नाम भी चर्चा में बना हुआ है.
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