भारत और मालदीव के बीच बिगड़ते रिश्ते को अब सुलझाने लगे हैं. इसी बीच मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू अपनी पत्नी और प्रथम महिला सजिदा मोहम्मद संग अपनी पहली राजकीय यात्रा पर भारत आए हैं. मोहम्मद रविवार (06 अक्टूबर) को देश की राजधानी नई दिल्ली पहुंचे. भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की. साथ ही जयशंकर ने मोहम्मद के द्विपक्षीय संबध को बढ़ाने के लिए उठाए गए खास कदमों की भी तारीफ की है.
Pleased to call on President @MMuizzu today at the start of his State Visit to India.
Appreciate his commitment to enhance 🇮🇳 🇲🇻 relationship. Confident that his talks with PM @narendramodi tomorrow will give a new impetus to our friendly ties. pic.twitter.com/UwDjnCZ0t6
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 6, 2024
जयशंकर की मुइज्जू के साथ हुई मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की है. साथ ही जयशंकर ने कहा कि भारत के सरकारी दौरे पर मोहम्मद मुइज्जू का वेलकन करके वह काफी खुश हैं. दोनों देशों के बीच रिश्तों को और भी सशक्त बनाने के लिए मुइज्जू ने अपनी ओर से प्रतिबद्धता जताई है. साथ ही उन्होंने कहा मुझे पूरा भरोसा है कि मोहम्मद मुइज्जू के साथ पीएम मोदी की खास मुलाकात और वार्ता देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबधों को एक नई गति देगी.
भारत के खिलाफ नहीं होगा मालदीव का कोई फैसला
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ हुई बातचीत के दौरान मुइज्जू से जब मालदीव और चीन के बीच खास रिश्ते है तो ऐसे में भारत अपनी सुरक्षा को लेकर यकीन कर सकता है. इस पर मुइज्जू ने कहा कि मालदीव ऐसा कभी कुछ नहीं करेगा, जिससे भारत की सुरक्षा कमजोर हो. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत और मालदीव दोनों देशों के बीच दोस्ताना रिश्ता है. भारत मालदीव का खास साझेदार है. मालदीव द्वारा लिए गए किसी भी फैसले से भारत की सुरक्षा पर कोई मुसीबत नहीं आएगी. मालदीव के किसी भी रिश्ते के साथ बातचीत भारत-मालदीव के संबध को खराब नहीं कर सकता है.
बता दें, मोहम्मद मुइज्जू का यह दूसरा भारत दौरा है. वह 6 से 10 अक्टूबर तक भारत यात्रा पर हैं. भारत के साथ बिगड़ते हुए रिश्तों के साथ मुइज्जू के दोस्ती का हाथ आगे बढ़ाया है.
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