Tirupati Laddu Controversy: देश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसाद को लेकर आजकल विवाद गरमाया हुआ है. दरअसल, आंध प्रदेश की सीएम चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार (18 सितंबर) को पुरानी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि मंदिर में मिलने वाले प्रसाद में फिश ऑयल और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता है. जिसके बाद इस आरोप को सच करने के लिए इसके सैंपल को जांच के लिए भेजा गया है. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद इस बात का खुलासा हो गया कि जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई कि प्रसाद बनाने में मछली का तेल और जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता है.
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद देश में अधिकतर संत काफी सख्त नजर आ रहे हैं. संतों ने मांग की है कि मंदिर के ट्रस्ट बोर्ड से भंग किया जाए, क्योंकि यह मामाल पूरी तरह से करोड़ो श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा हुआ है. और इस तरह की हरकतों से उनकी आस्था के साथ खिलवाट किया जा रहा है.
जांच में हुआ बड़ा खुलासा
जांच में पता चला कि लड्डूओं में जिस घी का इस्तेमाल किया जाता है. वह मिलावटी घी है. इसमें एनिमल टैलो, फिश ऑयल और लार्ड की मात्रा पाई गई है. इसके अलावा रिपोर्ट में यह बात भी सामने आई है कि प्रसाद लड्डू में कपास के बीज, अलसी, सूरजमुखी, जैतून, सोयाबीन, मक्का के बीज, नारियल और पाम कर्नेल ऑयल, गेहूं के बीज, बीफ टैलो और लार्ड आदि का इस्तेमाल किया जाता है.
एनिमल टैलो का मतलब पशु में मौजूद फैट और लार्ड का मतलब जानवरों की चर्बी से है.
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