केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) की ओर से एमपॉक्स (M-pox) के बढ़ते प्रकोप व भारत में इसका पहला संदिग्ध मामला सामने आने के बाद एडवाइजरी जारी की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी के जरिए ये सलाह दी है कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में एमपॉक्स के संदिग्ध मरीजों की स्क्रीनिंग और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए.
जानिए, एमपॉक्स कैसे फैलता है!
एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो संक्रमित वस्तुएं, निकट संपर्क, और शरीर के तरल पदार्थों से फैल सकता है।
यदि लक्षण दिखाई दें या पुष्ट मामले के संपर्क में आएं, तो तुरंत अपनी स्वास्थ्य सुविधा से संपर्क करें और संदिग्ध मामलों की सूचना देने क लिए नीचे… pic.twitter.com/oX9mXrmdBm
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) September 9, 2024
बता दें कि भारत में घातक एवं संक्रामक रोग मंकीपॉक्स का पहला संभावित मामला बीते दिन सामने आया था. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि जांच जारी है और चिंता करने की आवश्यकता नहीं है.
मंत्रालय का कहना है कि हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे युवा पुरुष रोगी की पहचान एमपॉक्स (मंकीपॉक्स) के संदिग्ध मरीज के तौर पर हुई है. रोगी को एक निर्दिष्ट अस्पताल में अलग रखा गया है और वर्तमान में उसकी हालत स्थिर है. वह ऐसे देश की यात्रा करके आया है जहां मंकीपॉक्स के मामले पाए गए हैं.
एमपॉक्स की उपस्थिति की पुष्टि करने के लिए रोगी के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है. मामले को स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार प्रबंधित किया जा रहा है और संभावित स्रोतों की पहचान करने और देश के भीतर प्रभाव का आकलन करने के लिए संपर्क ट्रेसिंग जारी है.
मंत्रालय के अनुसार इस मामले का विकास एनसीडीसी द्वारा किए गए पहले के जोखिम मूल्यांकन के अनुरूप है और किसी भी अनावश्यक चिंता का कोई कारण नहीं है. देश इस तरह के अलग-अलग यात्रा से संबंधित मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी संभावित जोखिम को प्रबंधित करने और कम करने के लिए मजबूत उपाय किए गए हैं.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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