SEBI: कांग्रेस ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की प्रमुख माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) पर आरोप लगाया है कि बुच सेबी की सदस्य व प्रमुख रहते हुए एक साथ तीन जगहों से सैलरी ले रही थीं. सेबी के साथ-साथ आईसीआईसी बैंक (ICICI Bank) और आईसीआईसीआई प्रुडेंसियल (ICICI Prudential) से सैलरी ली थी.
सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सेबी प्रमुख पर आफिस आफ प्रॅाफिट के तहत यह आरोप लगाया. पवन खेड़ा ने कहा कि सेबी प्रमुख माधबी बुच 2017 से 2021 तक सेबी की पूर्णकालिक सदस्य रहीं. वह साल 2022 में चेयरपर्सन बनीं. इस दौरान उन्होंने सेबी के साथ-साथ आईसीआईसीआई बैंक व आईसीआईसीआई प्रुडेंसियल से 16.80 करोड़ रुपये की सैलरी भी ली. उन्होंने सेबी की ईमानदारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जबकि बाजार नियामक को निष्पक्षता और स्वतंत्रता बनाए रखनी चाहिए. आरोप लगाया कि आईसीआईसी बैंक लिए सेबी ने अपनी गाइडलाइन तक बदल दी. उन्होंने यह भी कहा है कि आईसीआईसी बैंक में देश के लोगों का पैसा जमा है, इसलिए देश के हर व्यक्ति को जानने का अधिकार है कि आईसीआईसी बैंक ने किस आधार पर सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच को सैलरी दी.
पवन खेड़ा ने कहा कि जब सेबी प्रमुख को आईसीआईसीआई बैंक जैसी निजी संस्था से सैलरी मिल रही है, ऐसे में सेबी की निष्पक्षता पर सवाल उठना लाजिमी है. उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा है कि इस बात की जानकारी केंद्र सरकार को है कि नहीं. अगर ऐसी जानकारी केंद्र के पास नहीं है तो क्यों नहीं है. इस मामले की जांच की होनी चाहिए.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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