तृणमूल कांग्रेस महासचिव और लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी की नाबालिग बेटी को दुष्कर्म की धमकी देने के मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. यह गिरफ्तारी उत्तर 24 परगना जिले के मिनाखां ब्लॉक के मोथाबाड़ी निवासी मसदुल मोल्ला के रूप में हुई है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, उसे मंगलवार तड़के गिरफ्तार किया गया.
यह गिरफ्तारी तब हुई जब एक दृश्य सामने आया, जिसमें एक व्यक्ति को कोलकाता के आर. जी. कर चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में एक महिला चिकित्सक की दुष्कर्म और हत्या के विरोध में आयोजित एक रैली में धमकी देते हुए देखा और सुना गया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार शख्स ने 25 अगस्त की दोपहर अखिल भारतीय धर्मनिरपेक्ष मोर्चा द्वारा आयोजित विरोध रैली के दौरान यह धमकी दी थी. इस मोर्चा के नेतृत्व ने कहा कि आरोपित की टिप्पणी व्यक्तिगत थी और दल नेतृत्व ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करता और न ही इसके लिए जिम्मेदार है.
गिरफ्तारी की कार्रवाई पश्चिम बंगाल बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष तुलिका दास द्वारा पुलिस को मामले में त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश देने के एक दिन बाद हुई. दास ने पुलिस से इस मामले में दर्ज प्रथम सूचना रिपोर्ट और अन्य संबंधित दस्तावेजों के साथ कार्रवाई की रिपोर्ट भी आयोग को दो दिनों के भीतर प्रस्तुत करने को कहा था.
बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए दावा किया कि दृश्य में संबंधित व्यक्ति को इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले के लिए 10 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा करते हुए भी देखा और सुना गया. वहीं, तृणमूल कांग्रेस के विभिन्न नेताओं ने भी इस मामले में विभिन्न पुलिस थानों में शिकायत दर्ज करानी शुरू कर दी थी.
दृश्य के सामने आने के बाद, तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने इस धमकी की कड़ी निंदा की और दावा किया कि ‘आर. जी. कर के लिए न्याय’ की आड़ में “एक समूह के जानवरों” द्वारा ये धमकियां दी जा रही हैं. विपक्षी दलों के नेताओं ने भी एक नाबालिग लड़की को धमकी देने की घटना की निंदा की.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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