Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Assembly Election 2024) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही प्रदेश में सभी पार्टियों की तैयारियां तेज होती हुई नजर आ रही है. हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें आती हैं. अगर बात करें पानीपत जिले के अंतर्गत आने वाली 4 विधानसभा सीटों की, जिनमें से 2 सीटों पर कागंर्ेस और 2 सीटों पर भाजपा का कब्जा है. पानीपत जिले का अतीत काफी गौरवशील नजर आता है. आइए जानें पानीपत जिले में आने वाली चार विधानसभा क्षेत्रो का राजनीतिक इतिहास.
पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट
हाल में पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी नेता महिपाल ढांडा ने विधायक है. साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस सीट पर कमल खिलाया था. इस सीट में कुल 4 बार ही चुनाव हुए हैं. साल 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता बलवीर पाल शाह ने जीत हासिल की थी.
साल 2009 में इस सीट से कांग्रेस नेता ओम प्रकाश जैन जीते थे.
साल 2014 में बीजेपी से युवा नेता महिपाल ढांडा ने इस सीट पर कब्जा किया था.
साल 2019 में एक बार महिपाल ढांडा इस सीट से विधायक बने.
साल 2019 में हुए चुनाव में बीजेपी नेता महिपाल ढांडा ने कांग्रेस नेता ओपी जैन को लगभग 57 हजार वोट से हराया था.
इस साल 2024 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के करीब 54 नेताओं ने इस सीट से नामांकन किया है.
इसराना विधानसभा सीट
पानीपत जिले की इसराना विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के आरक्षित है. फिलहाल इस सीट से कांग्रेस नेता बलबीर वाल्मीकि विधायक है. साल 2019 में हुए चुनावों में बलवीर ने बीजेपी नेता कृष्णलाल पंवार को हराया था. बलवीर वाल्मीकि ने कृष्णलाल पंवार को लगभग 20 हजार वोटों के अंतर से हराया था.
साल 2014 में हुए चुनाव में इस सीट पर बीजेपी के नेता कृष्णलाल पंवार ने जीत हासिल की थी.
इस साल के चुनाव के लिए इस सीट से कांग्रेस के 33 उम्मीदारों ने नामांकन किया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी 5 प्रत्याशी दावेदारी के रुप में नजर आ रहे हैं.
समालखा विधानसभा सीट
पानीपत जिले की समालखा विधानसभा सीट काफी अहम मानी जाती है. फिलहाल विधानसभा की इस सीट से कांग्रेस नेता धर्म सिंह छोकर विधायक है.
साल 2019 में हुए चुनाव में कांग्रेस नेता धर्म सिंह छोकर ने निर्दलीय रविंदर मछरौली को हराया था.
वहीं साल 2014 में हुए चुनाव में निर्दलीय रविंदर मछरौली ने लगभग 53 हजार वोटों के साथ इस सीट पर अपना कब्जा किया था.
साल 2009 में इस सीट से कांग्रेस नेता धर्म सिंह छोकर ने सीट जीती थी.
साल 2019 में चुनाव हारने के बाद रविंदर मछरौली भाजपा में शामिल हो गए थे.
आपको बता दें, इस विधानसभा सीट से बीजेपी अभी तक अपना खाता नहीं खोल पाई है.
इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इस सीट से कांग्रेस के 21 कार्यकर्ताओं ने आवेदन किया है. वंहीं बीजेपी की ओर से दो बार से चुनाव के लिए लड़ रहे शशिकांत कौशिक और मनमोहन भड़ाना चुनाव लड़ने के लिए तैयार नजर आ रहे है. इसके अलावा भी कुछ अन्य बीजेपी नेता दावेदारी के लिए एक्टिव नजर आ रहे हैं.
पानीपत शहरी विधानसभा सीट
इस विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रमोद विज विधायक है. साल 2014 में हुए चुनाव में बीजेपी नेता रोहिता रेवारी ने लगभर 92,757 वोटों के साथ जीत का कमल इस सीट पर खिलाया था. कांग्रेस उम्मीदवार वीरेन्द्र कुमार शाह लगभग 53 हजार वोटों के अंतर से हार कर दूसरे स्थान पर थे. तीसरे स्थान पर इनेलो के नेता नीलन नारंग थे.
साल 2019 में बीजेपी ने रोहिता रेवारी का जगह प्रमोद विज को टिकट दी थी. उसके बाद मई में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान रोहिता रेवरी कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गई.
इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी से 9 उम्मीदवार दावेदारी के लिए उतरे हैं. वहीं बीजेपी की ओर से मौजूदा विधायक प्रमोद विज, पूर्व सांसद संजय भाटिया की पत्नी अंजू भाटिया समेत 4 उम्मीदवार दावेदार टिकट के लिए नजर आ रहे हैं.