Haryana News: हरियाणा में अपनी दो प्रमुख मांगों को लेकर वर्षों से लड़ाई लड़ रहीं प्रदेशभर की नर्सिंग ऑफिसर्स ने रविवार (28 जुलाई) को मुख्यमंत्री नायब सैनी के गृहनगर करनाल की सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया. नर्सिंग ऑफिसर्स ने सीएम आवास पर भी जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए पुरजोर आवाज उठाई.
ऑल नर्सिंग ऑफिसर वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के बैनर तले आज नर्सिंग ऑफिसर्स ने प्रदर्शन कर किया. एसोसिएशन के पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री के ओएसडी ने मुलाकात कर अपनी मांगे रखी. मुख्यमंत्री के ओएसडी ने उन्हें उनकी मांगों को मुख्यमंत्री के सामने रखने का आश्वासन दिया.
अपनी दो मांगों को पूरा कराने के लिए मुख्यमंत्री से मिलने की मांग पर अड़ी रहीं नर्सिंग ऑफिसर्स
अपनी मांगों को लेकर एसोसिएशन की चेयरपर्सन निर्मल ढांडा, प्रदेश अध्यक्ष सुनीता ने कहा कि उनकी दो प्रमुख मांगेे हैं. पहली तो केंद्र सरकार के समान नर्सिंग अलाउंस 7200 रुपये दिया जाए. दूसरा उन्हें ग्रुप-सी से ग्रुप-बी में शामिल किया जाए. वर्षों से वे इन मांगों को उठा रही हैं, लेकिन इस पर सरकार ने कभी कोई ध्यान नहीं दिया. सरकार ने उनकी मांगों को कोई महत्व नहीं दिया. उन्होंने कहा कि सरकार ने नर्सिंग ऑफिसर्स को बड़े आंदोलन के लिए मजबूर कर दिया है. नर्सिंग ऑफिसर पूरी निष्ठा से अस्पतालों में ड्यूटी करती हैं, वे यहां भीषण गर्मी में सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए आई हैं. सरकार के लिए यह शर्मनाक बात है.
चेयरपर्सन निर्मल ढांडा ने बताया कि आज का प्रदर्शन के दौरान एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री के ओएसडी ने बुलाया था. ज्ञापन लेकर थोड़ा इंतजार करने को कहा. उसके बाद उनसे बात तक नहीं की. उन्होंने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री से मिलने का समय नहीं मिल जाता, उनका यह धरना-प्रदर्शन यहीं पर जारी रहेगा. उन्होंने सरकार के प्रति नाराजगी भरे लहजे में कहा कि जब भी सरकार के किसी नुमाइंदे से एसोसिएशन मिली है तो झूठा आश्वासन देकर टाल दिया गया. सरकार ने अगर उनकी मांगों को चुनाव से पहले पूरा नहीं किया तो चुनाव के नतीजे भी कुछ और ही होंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार की तरफ से मांगें मानने का आश्वासन या घोषणा नहीं चाहिए बल्कि सरकार का नोटिफिकेशन चाहिए.
प्रदेश के कोने-कोने से पहुंचीं नर्सिंग ऑफिसर्स का एकजुटता के साथ करनाल में पदर्शन पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना हुआ है. सोशल मीडिया पर भी राहगीर के बनाए इस प्रदर्शन के वीडियो और तस्वीरें खूब वायरल हो रहे हैं. खबर लिखे जाने तक देर शाम को भी नर्सिंग ऑफिसर्स सड़क पर बैठकर नारेबाजी करती रहीं. कभी पुलिस ताे कभी सीएम हाउस से उन्हें समझाने के लिए प्रतिनिधि आते रहे, लेकिन वे मुख्यमंत्री से मिलने का समय लेने पर अड़ी रहीं.
साभार – हिंदुस्थान समाचार
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